दरअसल प्लेटफार्म टिकट 10 रुपए होने के साथ उसकी अवधि दो घंटे रहती है। जबकि पास के किसी स्टेशन का टिकट 10 रुपए से कम होने के साथ अवधि भी 24 घंटे रहती है। ऐसे में यात्री प्लेटफार्म की जगह संबंधित स्टेशन का टिकट लेने में रूचि दिखा रहे थे। इतना ही नही, बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रीमियम ट्रेन की तरह सुपरफास्ट ट्रेन में सफर के लिए आरक्षण के तरीके को अपनाया जाए। अगर यह लागू किया जाता है तो रेल यात्रा और महंगी हो जाएगी। प्रीमियम ट्रेन में आरक्षण का नियम है कि जितनी देरी से टिकट खरीदा जाता है, उतना महंगा मिलता है। रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार रेलवे पर यह दबाव है कि अधिक से अधिक यात्री सुविधा बढ़ाई जाएं, लेकिन यह आय बढ़ाए बगैर संभव नही है। एेसे में टिकट की दर बढ़ाने के अलावा और कोई रास्ता नही है।